⚘ ज़मीन पे सुकून की तलाश है। ⚘
⚘ मालिक तेरा बंदा कितना उदास है।⚘
⚘⌬⌬⚘⌬⌬⚘⌬⌬⚘⌬⌬⚘⌬⌬⚘
⚘ क्यों खोजता है इंसान राहत दुनिया मे ⚘
⚘ जबकि सारे मसले का हल ”नमाज़” है।⚘
⚘🕌 नमाज़ की अहमिय्यत 🕌⚘
और
⚘क़ुरआनी आयात⚘
❈•───────❈───────•❈
⚘✧➤ नमाज़ की अहमिय्यत समझने के लिये ये जानना काफी है कि अल्लाह ने क़ुरआन में जितनी ताकीद नमाज़ की फ़रमाई है उतनी ताकीद किसी और बात की नहीं फ़रमाई अल्लाह का बार बार नमाज़ की ताकीद फरमाना ही उसकी अहमिय्यत को ज़ाहिर कर रहा है। चुनान्चे अल्लाह इर्शाद फ़रमाता है।
⚘✧➤ मुसलमान वो है जो ईमान रखते है ग़ैब की बातों पर और नमाज़ कायम करते है और अल्लाह की दी हुई रोज़ी में से उसकी राह में खर्च करते है।
📬 सूरए बक़रह, 3 📔
⚘✧➤ एक जगह नमाज़ छोड़ने की बुराई का ज़िक्र करते हुए अल्लाह फरमा रहा है।
नमाज़ क़ायम करो और मुश्रिकों जैसे न बनो।
📬 सूरए रूम, 31 📘
⚘✧➤ अल्लाह ने नमाज़ को ईमान की अलामत (निशानी) बताया और नमाज़ न पढ़ने को मुश्रिकों की पहचान बताया है उससे बढ़कर नमाज़ की अहमिय्यत समझने के लिये और क्या बात हो सकती है।...✍
📬 नमाज़ की अहमिय्यत सफ़ह 6 📚
⚘✧➤ नमाज़ की बेपनाह फ़ज़िलतें है जिनसे हर नमाज़ी फ़ैज़याब हो सकता है उन फ़ज़िलतों और फायदों में से एक ये इलाज है। चुनान्चे फ़रमाया गया
⚘✧➤ जान लो अल्लाह के ज़िक्र ही में दिलों का सुकून है।
📬 सूरए रअद, 28, पारा 13 📓
⚘✧➤ एक और मक़ाम पर अल्लाह ने नमाज़ को हर तरह की बुराई व बे-हयाई से बचने का ज़रिया बताया है।
⚘✧➤ इर्शाद फ़रमाया बेशक नमाज़ बे-हयाई और बुराई से रोकती है।
⚘✧➤ हदीस में आता है कि एक सहाबी से कोई गुनाह सरज़द हो गया, उन्होंने नबी ﷺ की खिदमत में हाज़िर होकर माफ़ी के लिये दरख्वास्त पेश की। इस पर ये आयत नाज़िल हुई
⚘✧➤ नमाज़ क़ायम करो दिन के दोनों किनारो और कुछ रात गए बेशक नेकियां बुराईयों को मिटा देती है। ये नसीहत है नसीहत मानने वालों के लिये।
📬 सूरए अनक़्बूत 45, पारह 21 📔
⚘✧➤ पता चला कि नमाज़ की बरकतों से लोगों के गुनाह मिट जाते हैं..✍
🤲🏻अल्लाह हम सभी के दिलों में अल्लाह और रसूल ﷺ और अहलेबैत ए पाक तमाम औलिया अल्लाह और नमाज की मोहब्बत अता फरमाए
आमीन
0 Comments